Saturday, August 23, 2014

"हार नहीं होती"- Dr. Hrivansh Rai Bachchan


"हार नहीं होती"- Dr. Hrivansh Rai Bachchan
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालो की हार नहीं होती |

नन्ही चींटी जब दाना ले कर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है |
मन का विश्वाश रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना गीरकर चढ़ना अखरता है |
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालो की हार नहीं होती ||

डुबकिया सिन्धु में गोताखोर लगाता है,
जा जाकर खाली हाथ लौट आता है |
मिलते सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दूना उत्साह इसी हैरानी में |
मुठ्ठी उसकी हर बार खाली नहीं होती,
कोशिश करने वालो की हार नहीं होती ||

असफलता एक चुनौती है -- स्वीकार करो,
क्या कमी रह गयी है देखो और सुधार करो |
जब तक सफल हो नींद चैन की त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम |
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालो की हार नहीं होती ||